नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट नंबर-7 के बाहर धरने पर बैैठे छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सोमवार देर रात पुलिस ने धरनास्थल के आसपास जहरीली गैस छुड़वा दी। इस गैस की चपेट में आने से कई छात्र बीमार पड़ गए, जिन्हें अस्पताल मेें भर्ती कराया गया है।
जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी का कहना है कि सोमवार की रात प्रदर्शन कर रहे छात्रों की आंखों में अचानक जलन होने लगी। इसके बाद कुछ छात्रों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। कमेटी का कहना है कि रात के अंधेरे में वातावरण में धुआं उड़ता हुआ दिख रहा था। छात्रों का आरोप है कि इस धुएं को दिल्ली पुलिस ने छोड़ा था। वह शांतिपूर्ण प्रदर्शन को खत्म कराने के लिए हर हथकंडा आजमा रही है। उधर, दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त आरपी मीणा ने कहा कि छात्रों के आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। पुलिस की तरफ से कोई जहरीली गैस नहीं छोड़ी गई है।
जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी का कहना है कि सोमवार की रात प्रदर्शन कर रहे छात्रों की आंखों में अचानक जलन होने लगी। इसके बाद कुछ छात्रों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। कमेटी का कहना है कि रात के अंधेरे में वातावरण में धुआं उड़ता हुआ दिख रहा था। छात्रों का आरोप है कि इस धुएं को दिल्ली पुलिस ने छोड़ा था। वह शांतिपूर्ण प्रदर्शन को खत्म कराने के लिए हर हथकंडा आजमा रही है। उधर, दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त आरपी मीणा ने कहा कि छात्रों के आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। पुलिस की तरफ से कोई जहरीली गैस नहीं छोड़ी गई है।